Class 5 Hindi Chapter 1 Kiran किरन NCERT Solutions
बातचीत के लिए (Page 2)
1. आपको कैसे पता चलता है कि सुबह हो गई है ?
उत्तर:
सुबह होने का पता मुझे अँधेरा छँटने, सूरज निकलने और पक्षियों के चहचहाने से चलता है।
2. ऐसे कौन – कौन से कार्य हैं जो सूर्य के प्रकाश के बिना संभव नहीं हैं?
उत्तर:
सूर्य के प्रकाश के बिना कई कार्य संभव नहीं हैं, जैसे –
1. पौधे जीवित नहीं रहेंगे क्योंकि वे अपना भोजन नहीं बना पाएँगे।
2. पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक गर्मी और रोशनी नहीं मिलेगी।
3. हमारे आस–पास उजाला नहीं होगा, जिससे देखना और काम करना कठिन होगा।
3. सुबह और शाम में से आपको कौन-सा समय अधिक अच्छा लगता है और क्यों?
उत्तर:
मुझे सुबह का समय अधिक अच्छा लगता है, क्योंकि सुबह का वातावरण शान्त होता है। इस समय शुद्ध हवा मिलती है और पक्षियों का मधुर स्वर सुनाई देता है। सुबह का समय पढ़ाई–लिखाई के लिए भी सबसे उपयुक्त माना जाता है।
पाठ से (Page 2)
सही उत्तर पर सूरज का चित्र (☀︎) बनाइए-
1. किरन के अनुसार वह मुख्य रूप से कौन-सा काम करती है?
(क) सोते बच्चों को जगाना
(ख) खेलते बच्चों को सुलाना
(ग) बच्चों के साथ खेलना
(घ) परी कथाएँ पढ़ना-पढ़ाना
उत्तर:
(क) सोते बच्चों को जगाना ।
2. बालिका को बहुत देर तक नींद क्यों नहीं आई?
(क) क्योंकि वह देर रात तक खेल रही थी।
(ख) क्योंकि वह पढ़ रही थी।
(ग) क्योंकि उसे बहुत गर्मी लग रही थी।
(घ) क्योंकि वह घूमने गई थी।
उत्तर:
(ख) क्योंकि वह पढ़ रही थी।
3. जब किरन आई, उस समय बालिका क्या कर रही थी?
(क) वह सो रही थी।
(ख) वह खेल रही थी।
(ग) वह गीत गा रही थी।
(घ) वह पढ़ और लिख रही थी।
उत्तर:
(क) वह सो रही थी।
सोचिए और लिखिए (Page 3)
1. किरन ने दूसरी दुनिया में जाने की बात क्यों कही होगी?
उत्तर:
किरन ने दूसरी दुनिया में जाने की बात इसलिए कही होगी क्योंकि वह बताना चाहती थी कि जब यहाँ की दुनिया के बच्चे सो जाते हैं, तब वह पृथ्वी के दूसरे हिस्से में जाती है, जहाँ सुबह होती है। वहाँ वह सोए बच्चों को जगाती है और शाम को लौट आती है। इस कारण वह खुद कभी सो नहीं पाती।
2. “वहाँ शाम हो जाती है तो
लौट यहाँ फिर आती हूँ।”
उपर्युक्त पंक्तियों में ‘वहाँ’ और ‘यहाँ’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुए हैं?
उत्तर:
उपर्युक्त पंक्तियों में ‘वहाँ’ शब्द पृथ्वी के दूसरे हिस्से के लिए और ‘यहाँ’ शब्द हमारे हिस्से की पृथ्वी के लिए प्रयुक्त हुआ है।
3. प्रकृति हमें प्रकाश, फल, फूल, लकड़ी, वायु, पानी और बहुत कुछ देती है। हम प्रकृति के लिए क्या-क्या कर सकते हैं? सोचिए और अपनी लेखन – पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर:
हम प्रकृति के लिए यह कर सकते हैं –
1. पानी बचाना।
2. पेड़ लगाना।
3. पेड़ काटने से बचना।
4. नदियों और झीलों को साफ़ रखना।
5. कचरा इधर-उधर न फेंकना।
6. वनों का संरक्षण करना।
4. कविता की किन पंक्तियों से पता चलता है कि किरन बालिका के साथ दिन भर रहती है? उन पंक्तियों को चुनकर लिखिए।
उत्तर:
“कल तो तेरे साथ शाम तक खेल बहुत से खेली मैं। पर जब तू चल दी सोने को तो रह गई अकेली मैं ।”
समझ और अनुभव (Page 3)
1. “कहने लगी किरन यह सुनकर
मैं ही कब सो पाती हूँ ।
तुम्हें सुलाकर एक दूसरी
दुनिया में मैं जाती हूँ।”
किरन कितना परिश्रम करती है, यहाँ से वहाँ नियत समय पर प्रतिदिन आती-जाती है। आपको अपने आस-पास कौन-कौन परिश्रम करते दिखाई देते हैं?
उत्तर:
हमारे आस-पास बहुत लोग परिश्रम करते हैं। जैसे–
1. किसान खेतों में मेहनत करके अन्न उगाते हैं।
2. सफाई कर्मचारी गली और सड़कों को साफ़ रखते हैं।
3. शिक्षक हमें पढ़ाने के लिए मेहनत करते हैं।
4. डॉक्टर और नर्स दिन-रात बीमार लोगों की सेवा करते हैं।
2. वे कौन-कौन से लोग हैं जो किरन की भाँति आपको जगाते हैं, आपके साथ खेलते हैं और प्रोत्साहित करते हैं? उनके लिए आप क्या-क्या करते हैं, यह भी लिखिए।
उत्तर:
मेरे माता-पिता, दादा-दादी, भाई-बहन, मित्र और शिक्षक मुझे जगाते हैं, मेरे साथ खेलते हैं और प्रोत्साहित करते हैं। मैं उनकी बातें मानता हूँ, घर के कामों में मदद करता हूँ और उनका सम्मान करता हूँ।
3. आपके घर या प्रदेश में सूर्य अथवा चाँद से जुड़े किसी एक त्योहार का पता लगाइए और उसके बारे में लिखिए।
उत्तर:
हमारे प्रदेश में छठ पूजा का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। छठ पूजा में चार दिनों तक सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। सनातन धर्म में इस पर्व का विशेष महत्व है। यह हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस दौरान व्रत, उपासना और सूर्य को अर्घ्य देकर श्रद्धा से पूजा की जाती है।
अनुमान और कल्पना (Page 4)
1. यदि किरन कभी न आए या न जाए तो क्या होगा ?
उत्तर:
यदि किरन कभी न आए तो धरती पर अँधेरा ही अँधेरा हो जाएगा। पेड़–पौधे, पशु–पक्षी और इंसान सभी परेशान हो जाएँगे।
यदि किरन कभी न जाए तो रात नहीं होगी, सबको थकान होगी और हम आराम नहीं कर पाएँगे।
2. यदि आपको किरन के साथ दूसरी दुनिया में जाने का अवसर मिले तो आप कहाँ जाना चाहेंगे और क्यों ?
उत्तर:
यदि मुझे किरन के साथ दूसरी दुनिया में जाने का अवसर मिले तो मैं चाँद पर जाना चाहूँगा। वहाँ से धरती को देखना बहुत सुंदर लगेगा। मैं तारों के बीच खेलूँगा और नए अनुभव करूँगा।
भाषा की बात (Page 4 – 5)
1. “ कल तो तेरे साथ शाम तक
खेल बहुत से खेली मैं ।”
‘शाम’ के लिए हम संध्या, साँझ, सायं जैसे शब्दों का भी प्रयोग करते हैं, मिलते-जुलते या समान अर्थ वाले ऐसे शब्दों को समानार्थी शब्द कहते हैं।
नीचे दिए गए शब्दों के समान अर्थ वाले शब्दों पर घेरा बनाइए ।

उत्तर:

2. दिए गए रिक्त स्थानों कि पूर्ति रेखांकित शब्दों के विपरीत अर्थ वाले शब्दों से कीजिए ।
(क) मैं आज यह परी – कथा पढूँगा, ……… आप पढ़ लेना ।
उत्तर:
मैं आज यह परी – कथा पढूँगा, कल आप पढ़ लेना ।
(ख) मैं जब तक खेलने के लिए आई तब तक हरिका चली ………. थी।
उत्तर:
मैं जब तक खेलने के लिए आई तब तक हरिका चली गई थी।
(ग) वह ……….. आया और शाम को चला गया।
उत्तर:
वह सुबह आया और शाम को चला गया।
(घ) मेरे जागने और ……… का समय निश्चित है।
उत्तर:
मेरे जागने और सोने का समय निश्चित है।
3. “चिड़ियाँ गाती गीत चलीं
हवा चली, खिल उठे पेड़ सब।”
इन पंक्तियों को सामान्य बातचीत के रूप में लिखा जाए तो ऐसे लिखेंगे-
“चिड़ियाँ गीत गाती हुई उड़ रही थीं, हवा चलने लगी, हवा के चलने से पेड़-पौधों की पत्तियाँ भी हिलने लगीं जैसे कि वे प्रसन्नता से झूम रही हों।”
आप भी सामान्य ढंग से कही गई बात को कविता का रूप दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, इन
पंक्तियों को पढ़िए-
“चंद्रमा चमक रहा है, तारे भी चमक रहे हैं, आकाश में प्रकाश ही प्रकाश हो गया है। ”
आइए, इन पंक्तियों को कविता का रूप देने का प्रयास करते हैं-
“चंदा चमका तारे चमके
चमका सारा अंबर”
आप भी सामान्य रूप से कही गई किसी बात को कविता के रूप में लिखने का प्रयास कीजिए।
उत्तर:
सामान्य बात:
सूरज निकल आया है, उसकी किरणों से धरती पर रोशनी फैल गई है। बच्चे खेल रहे हैं और पक्षी भी चहचहा रहे हैं।
कविता का रूप:
सूरज निकला किरण बिखेरे,
धरती पर फैली उजियारी।
बच्चे खेलें, पंछी गाएँ,
सबको लगी दुनिया प्यारी।
आपकी बातचीत (Page 5)
प्रश्न: कविता में बालिका, किरन से बात कर रही है। यदि आपको भी नीचे दिए गए विकल्पों में से किसी से बात करने का अवसर मिले तो आप किससे बात करना चाहेंगे? अपने चुने गए विकल्प के सामने सही का चिह्न (✓) लगाइए –

उत्तर:

प्रश्न: अपने सहपाठियों के साथ चर्चा कीजिए कि आप इनसे क्या बातचीत करेंगे?
उत्तर:
1. मैं वृक्ष से कहूँगा – “धन्यवाद वृक्ष, आप हमें फल, फूल और छाया देते हो। मैं भी आपको बचाने के लिए कभी पेड़ नहीं काटूँगा।”
2. मैं हवा से कहूँगा – “आप हमें साँस लेने के लिए प्राण देती हो। कृपया हमेशा शुद्ध और ठंडी रहना।”
3. मैं चाँद से कहूँगा – “चाँद मामा, आप रात को हमें रोशनी देते हो। आपको देखना बहुत अच्छा लगता है।”
4. मैं तितली से कहूँगा – “आपके रंग-बिरंगे पंख बहुत सुंदर लगते हैं।”
5. मैं बादल से कहूँगा – “आप हमें बरसात और ठंडक देते हो। गर्मी में जल्दी आ जाया करो।”
प्रश्न: अपने सहपाठियों की सहायता से इस बातचीत का अभिनय भी कीजिए।
उत्तर:
स्वयं करें।